मैं बन जाऊं रेत सनम तुम लहर बन जाना !!
भरना मुझे अपनी बाहों में अपने संग ले जाना !!
मोहब्बत की कहूँ देवी या तुमको बंदगी कह दूँ !!
बुरा मानो न गर हमदम तो तुमको ज़िन्दगी कह दूँ !!
अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ !!
जैसे कोई खूबसूरत जगह हो हसीन शाम के साथ !!
जी चाहे कि दुनिया की हर एक फ़िक्र भुला कर !!
दिल की बातें सुनाऊं तुझे मैं पास बिठाकर !!
ये लकीरें ये नसीब ये किस्मत सब फ़रेब के आईने हैं !!
हाथों में तेरा हाथ होने से ही मुकम्मल ज़िन्दगी के मायने हैं !!
जब तलक तेरा सहारा है मुझे गहरा पानी भी किनारा है मुझे !!
ना भी चमके तो कोई बात नही तू तो वैसे भी सितारा है मुझे !!
मुसाफर इश्क़ का हूं मैं मेरी मंज़िल मुहब्बत है !!
तेरे दिल में ठहर जाऊं अगर तेरी इजाज़त है !!
कर दे नजरे करम मुझ पर मैं तुझपे ऐतबार कर दूं !!
दीवाना हूं तेरा ऐसा कि दीवानगी की हद को पार कर दूं !!
मिल जाओ ऐसे जैसे अंधेरे से उजाले में सवेरा हो जाऊं !!
बस जाओ मुझ में रूह बन कर में सुनहरा हो जाऊं !!
मेरी आंखों में यही हद से ज्यादा बेशुमार है !!
तेरा ही इश्क़ तेरा ही दर्द तेरा ही इंतजार है !!
मेरी इबादत का कोई वक्त मुकर्रर नही होता !!
तुम ख्यालों में आते हो हम सजदे में बैठ जाते हैं !!
अल्फाज़ की शक्ल में एहसास लिखा जाता है !!
यहाँ पर पानी को प्यास लिखा जाता है !!
मेरे जज़्बात से वाकिफ है मेरी कलम भी !!
प्यार लिखूं तो तेरा नाम लिखा जाता है !!