पहले गुस्सा हो जाना फिर प्यार से मानना !!
तेरी ये अदा भी कमाल की है !!
तमाम पैकर-ए-बदसूरती है मर्द की ज़ात !!
मुझे यक़ीं है ख़ुदा मर्द हो नहीं सकता !!
कमबख्त मोहब्बत जो तुमसे हम करते हैं !!
लोग ना जाने क्यों हमें देख कर जलते हैं !!
होती हैं कुछ बातें जो ज़ुबान से कही नहीं जाती !!
तुम मेरी आँखों में देख मेरे प्यार को जान लो !!
मुझसे नज़र मिला कर तेरा नज़र चुराना !!
ये कैसा है मेरे दिल मे तेरा आना जाना !!
सच्ची मोहब्बत की निशानी ये होती है !!
कि उसके बाद फिर किसी से मोहब्बत नहीं होती है !!
हो जाओ तुम मेरी मेरा थाम लो हाथ !!
रिश्ता हो ज़िंदगी भर का ना छूटे यह साथ !!
तुम बैठी हो मेरे साथ और कहो क़बूल है !!
यह दिन ना जाने अब और कितनी दूर है !!
धागा ही समझ तू अपनी मन्नत का मुझे !!
तेरी दुआओ के मुकम्मल होने का दस्तूर हूँ मैं !!
अगर तेरी ख़ुशी है तेरे बंदों की मसर्रत में !!
तो ऐ मेरे ख़ुदा तेरी ख़ुशी से कुछ नहीं होता !!
इसे भी पढ़े:- Khatarnak Attitude Shayari