Rohini vrat shayari
करवा 👰चौथ आया है खुशियाँ
हज़ार 😋लाया है !!
हर सुहागन ने चाँद स!!
थोड़ा सा रूप चुराया🌞 है!
ऐ सनम👰 जिसने तुझे
चाँद सी सूरत दी है !!
उसी भगवन ने मुझको भी💞
मुहब्बत दी है !!
उसके चेहरे की चमक
के सामने सादा 😍लगा !!
आसमा पे चाँद पूरा था
मगर आधा👸 लगा !!
वो चाँद कह के गया
था कि आज😎 निकलेगा !!
तो इंतज़ार💕 में बैठा हुआ
हूँ शाम से मैं !!
मुझे ये 🤷ज़िद है कभी
चाँद को असीर करूं !!
सो अब के झील में इक
दायरा🙅 बनाना है !!
फ़लक👀 पर चाँद सितारे
निकलने हैं अब !!
सितम यही है निकलता नहीं
😕हमारा चाँद !!
बे !सबब🥰 मुस्कुरा रहा है चाँद !!
कोई साजिश छुपा रहा है 🌞चाँद !!
इस😸 जीवन मे मुझे जो
मिला है तेरा👩❤️💋👩 साथ !!
दुःख सारे मिट गए हुआ
खुशियों का 😜आगाज !!
चाँद भी 🧚हैरान दरिया
भी परेशानी में है !!
अक्स किसका है कि इतनी
रौशनी🌞 पानी में है !!
माथे पे 😁तेरे चमके है झूमर
का पड़ा चाँद !!
ला बोसा चढ़े चाँद का वादा
था 😂चढ़ा चाँद !!