जीवन की परीक्षा में इंसान !!
मासूमियत को खोकर तजुर्बा पाता है !!
सफर मुसाफिर की पहचान है !!
संघर्ष तो करना ही पड़ता है !!
आखिर पिंजरे में किसका सम्मान है !!
अगले मेडल पर अब सिर्फ हमारी बारी है !!
क्योंकि खामोशी से हमारी मेहनत जारी है !!
मेहनत से अपनी किस्मत को जांच लेंगे !!
जिद्दी बाप की औलाद हूं साहब !!
मंजिल को पाकर ही सांस लेंगे !!
जो करना है खुद से करो क्योंकि !!
सबके Role और Gole अलग-अलग है !!
जिनमें कुछ करने के इरादे होते हैं !!
वो बहानों से नहीं मेहनती अंदाजो से लड़ते हैं !!
दुनिया का तो पता नहीं मेरा सिर्फ यही कायदा है !!
आज मेहनत कर लो !!
कल फिर फायदा ही फायदा है !!
जिसके हिस्से जितना संघर्ष लिखा है !!
उसके हिस्से उतना परिणाम भी आएगा !!
जब तक आप खुद को मोटिवेट नहीं करोगे !!
तब तक कोई भी आपको !!
मोटिवेट नहीं कर सकता !!
तुम जितना परेशान होगे !!
यहां तुम्हें उतना ही परेशान किया जाएगा !!
थोड़ी हिम्मत रख ले बंदेया दिन तो तेरा भी आएगा !!
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