मोहब्बत की दास्तान तब्दील बेवफाई में हो गई !!
ना जाने उसकी मासूम प्रेम कहानी कहां खो गई !!
धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक !!
हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते !!
न जाने दिल कब तुझे चैन अपना दे बैठा है !!
प्यार में तेरा मासूम सा चेहरा खिल उठा है !!
दिल को बेवफाई की ऐसी चोट दे जाती है !!
धोखेबाजी तो मासूम नजरों में ही होती है !!
और ना तड़पाओ, बसा लो मुझे अपनी निगाहों मे !!
खो चुका हूं खुद को तुम्हारी इन मासूम अदाओं मे !!
तमन्ना ना की हो उसने मैं इतना प्यार दू !!
मासूम सी मोहब्बत पर अपनी जान वार दू !!
masoom chehra shayari
दिल से बहुत मासूम हूं मैं !!
बस मेरे कारनामे ही ख़तरनाक हुआ करते है !!
ए खुदा, सच्चे दिल से दरख्वास्त करता हूं तुझसे !!
मासूम मुस्कान को उसकी जुदा ना करना चेहरे से !!
मासूम सा दिल करता रहा प्यार का इजहार !!
मगर तुमने ओ जालिमा किया मेरा इनकार !!
मासूम सी सूरत को अपन दिल में बसा लेते हम !!
प्यार की हद से भी ज्यादा प्यार कर लेते हम !!