Maa shayari 2 lines
भीड़ में भी सीने से लगा के दूध पिला देती है !!
बच्चा अगर भूखा हो तो माँ शर्म को भुला देती है !!
माँ बाप की वफादार बेटियां अक्सर माँ–बाप !!
की ख़ुशी क लिए इश्क़ में बेवफा निकलती है !!
किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल नहीं मिलता !!
शायद अब घर से कोईमाँ के पैर छूकर नहीं निकलता !!
माँ की एक दुआ ज़िन्दगी बना देगी खुद रोयेगी !!
मगर तुमको हंसा देसी कभी भूल कर भी माँ को !!
ना रुलाना एक छोटी सी गलती पूरा अर्श हिला देगी !!
जिस माँ–बाप की बाते आज तुम्हे चुभती है देखना एक !!
दिन उससे माँ बाप की ख़ामोशी तुम्हे बहुत रुलायेगी !!
माँँ की बूढी आंखों को अब !!
कुछ दिखाई नहीं देता !!
लेकिन वर्षों बाद भी आंखों !!
में लिखा हर एक अरमान पढ़ लिया !!
दिल तोड़ना कभी नहीं आया मुझे !!
प्यार करना जो सीखा है माँ से !!
जब कोई पूछता है मुझसे दुनिया में मोहब्बत !!
कहा बची है मुस्कुरा देता हूं और याद आती है माँ !!
इसे भी पढ़े:-
कदर नही होती जिस घर मे माँ की !!
उस घर में कभी बरकत नही होती !!
मुसीबतें चाहें जैसी भी रही हो !!
सबसे पहले याद माँ ही आती है !!
नाराज रहता हूं जब में मना लेती है मुझे !!
मेरे रोने पर माँ मुझे गले लगा लेती है !!
मुझे फर्क नही पड़ता ये दुनिया मुझे क्या !!
कहती है में बहुत अच्छा हु माँ ये मेरी कहती है !!
जिसके होने से में खुद को मुकुम्मल मानता !!
हु, में रब से पहले मेरी माँ को जनता हु !!
थोड़ी कम पढ़ी लिखी हुई है माँ मेरी !!
में रोटी 2 माँगता हु वो 4 ले आती है !!
मेरी याद में माँ मेरी गिन लेती है दिन सारे !!
फिर भला कैसे कह दू अनपढ़ है माँ मेरी !!
इसे भी पढ़े:-